Top 10 Government Organizations in India: भारत के सरकारी संस्था

भारत एक सामाजिक और पूंजीवादी अर्थव्यवस्था है। यह अर्थव्यवस्था निजी निवेशकों और सरकार के साझा प्रयास पर आधारित है। सरकार उन क्षेत्रों में निवेश करती है जहां निजी क्षेत्र निवेश करने को तैयार नहीं हो सकता है। साथ ही, वह उन क्षेत्रों में भी निवेश करती है जो लोगों के जीवन में सुधार लाते हैं।

भारत में कई सरकारी संगठन हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं। ये संगठन देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड, राष्ट्रीय तिलहन और सब्जी तेल विकास बोर्ड, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, और नेशनल फूड SECURITY MISSION (NFMS) जैसे संगठन देश के विकास में योगदान देते हैं।

इसके अलावा, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, विपणन और निरीक्षण निदेशालय, पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी का केंद्रीय संस्थान, राष्ट्रीय औषधि मूल्य प्राधिकरण, निर्यात निरीक्षण परिषद, और भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना विज्ञान संस्थान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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Government Organizations: भारत की शीर्ष सरकारी कंपनियाँ

भारत में कुछ सरकारी कंपनियां हैं जो अपने क्षेत्र में अग्रणी हैं। वे देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कंपनियां हैं:

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल)

इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) भारत की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी है। इसका राजस्व लगभग ₹8.13 लाख करोड़ है। यह भारत सरकार की महारत्न कंपनी है और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीन है। जो सबसे बड़ी सरकारी कंपनी है भारत में? आईओसीएल वह है।

लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी)

लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है। देश में बीमा बाजार का लगभग 66% हिस्सा है। यह मेगा राष्ट्रीय महारत्न कंपनी है और वित्त मंत्रालय के अधीन कार्य करती है।

ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी)

ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) भारत की सबसे बड़ी तेल और गैस कंपनी है। यह महारत्न कंपनी है और भारत के स्वदेशी ऊर्जा उत्पादन का 83% योगदान करती है। वर्ष 2023 में कंपनी का राजस्व $77.52 billion था।

ये भारत की मुख्य सरकारी कंपनियों में से हैं। वे देश में उत्पादन, वितरण और रिफाइनिंग के क्षेत्र में अग्रणी हैं। ये भारत की समृद्धि और ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

शीर्ष सार्वजनिक उपक्रम

भारत में सरकार के स्वामित्व वाली तेल कंपनियों की सूची में दो प्रमुख नाम हैं – भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल)। ये दोनों कंपनियां देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल और गैस कंपनियों में शामिल हैं।

भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल)

बीपीसीएल की स्थापना 1976 में राष्ट्रीयकरण के बाद हुई थी। यह भारत में पेट्रोलियम उत्पादों के वितरण और विपणन में अग्रणी है। वर्तमान में, बीपीसीएल का भारत में लगभग 22% बाजार हिस्सेदारी है।

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल)

एचपीसीएल की स्थापना 1974 में हुई थी। यह देश में पेट्रोलियम उत्पादों के वितरण और विपणन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वर्तमान में, एचपीसीएल का भारत में लगभग 21% बाजार हिस्सेदारी है।

भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) दो प्रमुख सरकार-स्वामित्व वाली तेल कंपनियां हैं। उनकी कुल बाजार हिस्सेदारी भारत में लगभग 43% है।

top 10 government organisations in india

भारत में सबसे बड़ी 10 सरकारी कंपनियों की सूची और उनके राजस्व के आधार पर उनका रैंक इस प्रकार है:

  1. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) – राजस्व: रु. 8 लाख करोड़
  2. लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) – राजस्व: रु. 7,92,709.00 करोड़
  3. ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) – राजस्व: रु. 6,76,682.00 करोड़
  4. भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) – राजस्व: रु. 4,59,151.63 करोड़
  5. हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) – राजस्व: रु. 4,30,287.55 करोड़
  6. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) – राजस्व: रु. 3,27,368.00 करोड़
  7. नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) – राजस्व: रु. 1,69,039.00 करोड़
  8. कोल इंडिया – राजस्व: रु. 1,32,806.00 करोड़
  9. मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) – राजस्व: रु. 1,08,270.54 करोड़
  10. स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) – राजस्व: रु. 1,06,075.00 करोड़

इन 10 सरकारी कंपनियों में से कुछ मुख्य हैं और अन्य कंपनियां भी हैं जो बाकी सरकारी संगठनों में शामिल हैं। भारत में 200 से अधिक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) हैं जिनमें से सभी सूचीबद्ध नहीं हैं। इन कंपनियों में से कुछ ‘महारत्न’, ‘नवरत्न’ और ‘मिनीरत्न’ श्रेणियों में शामिल हैं।

कंपनीराजस्व (करोड़ रुपये में)
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल)8,00,000.00
लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी)7,92,709.00
ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी)6,76,682.00
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल)4,59,151.63
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल)4,30,287.55
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई)3,27,368.00
नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी)1,69,039.00
कोल इंडिया1,32,806.00
मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल)1,08,270.54
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल)1,06,075.00

इन शीर्ष 10 सरकारी संगठनों में से कुछ ‘महारत्न’, ‘नवरत्न’ और ‘मिनीरत्न’ कंपनियां हैं जो सरकारी क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के इन उपक्रमों ने भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

प्रमुख सरकारी बैंक

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई)

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) भारत में सबसे बड़ा बैंक है। यह न केवल राजस्व और लाभ के मामले में बल्कि शाखाओं की संख्या में भी अग्रणी है। 1955 में इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ कलकत्ता, बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास को मिलाकर बनाया गया था।

यह भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण संस्था है। यह राज्य बैंक ऑफ इंडिया अधिनियम 1955 के नियमों के अनुसार काम करता है।

एसबीआई के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें यहां दी गई हैं:

  • एसबीआई की कुल संपत्ति 2021 में 4,845,619 करोड़ रुपये थी।
  • भारत सरकार की हिस्सेदारी एसबीआई में 56.92% है।
  • एसबीआई का शुद्ध आय 2021 में 22,405 करोड़ रुपये था।
  • एसबीआई देश में सबसे अधिक शाखाओं वाला बैंक है।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एक प्रमुख सरकारी संस्था है। यह 1955 में स्थापित की गई थी। यह भारत का सबसे बड़ा बैंक है और देश में सबसे अधिक शाखाओं वाला बैंक है।

ऊर्जा क्षेत्र की संस्थाएं

भारत में ऊर्जा क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण संस्थाएं हैं। इनमें से सबसे प्रमुख है

नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी)

। यह भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी है। यह मुख्य रूप से कोयला, गैस, जल विद्युत, छोटी जल विद्युत, सौर फोटोवोल्टिक और पवन आधारित संयंत्रों के माध्यम से बिजली उत्पादन करती है।

एनटीपीसी की स्वामित्व संरचना में भारत सरकार का 54.5% हिस्सा है। शेष हिस्से सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में बांटे गए हैं। यह भारत में सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी है जो देश की कुल बिजली उत्पादन क्षमता का लगभग 50% उत्पादन करती है।

इसके अलावा,

कोल इंडिया

भी भारत के ऊर्जा क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण संस्था है। यह भारत की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है। देश के कुल घरेलू कोयला उत्पादन का लगभग 80% उत्पादन करती है।

संस्थाउत्पादन का क्षेत्रउत्पादन का हिस्सा
नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी)बिजली उत्पादनभारत की कुल बिजली उत्पादन क्षमता का लगभग 50%
कोल इंडियाकोयला उत्पादनभारत के कुल घरेलू कोयला उत्पादन का लगभग 80%

अन्य प्रमुख सरकारी कंपनियां

भारत में सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों की विविधता और महत्व को देखते हुए, हम यहां कुछ अन्य प्रमुख सरकारी कंपनियों का अवलोकन करेंगे।

मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल)

एमआरपीएल ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) की स्वामित्व वाली एक कंपनी है। यह कंपनी 1988 में स्थापित की गई थी। बाद में 2003 में ओएनजीसी द्वारा अधिग्रहित की गई।

एमआरपीएल का मुख्य कारोबार पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों का उत्पादन और विपणन है।

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल)

सेल भारत की प्रमुख इस्पात कंपनियों में से एक है। यह कंपनी 1973 में स्थापित की गई थी।

इसका मुख्य कारोबार इस्पात उत्पादन है। सेल के पास देश भर में कई कारखाने और शाखाएं हैं।

इन सरकारी कंपनियों के अलावा, भारत में कई अन्य प्रमुख सरकारी संगठन और उपक्रम हैं। वे देश के विकास और आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कंपनीसरकारी मालिकानामुख्य कारोबार
मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल)ओएनजीसीपेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों का उत्पादन और विपणन
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल)भारत सरकारइस्पात उत्पादन

निष्कर्ष

भारत में सरकारी संगठनों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। सरकार उन क्षेत्रों में निवेश करती है जहां निजी क्षेत्र रुचि नहीं लेता। वह ऐसे क्षेत्रों में भी निवेश करती है जो लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

इन शीर्ष सरकारी कंपनियों में कई महारत्न और रत्न कंपनियां शामिल हैं। वे देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

सरकारी कंपनियों का मुख्य लक्ष्य एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था बनाना है। वे बाजार में मूल्य नियंत्रण और रोजगार सृजन में मदद करती हैं।

वे वार्षिक रिपोर्ट संसद को प्रस्तुत करती हैं। सरकार द्वारा नियुक्त निदेशक इन्हें संचालित करते हैं।

इन संगठनों की सफलता से पता चलता है कि सरकार देश और नागरिकों के हित में काम कर रही है।

इस लेख के मुख्य निष्कर्ष यह हैं कि भारतीय सरकार देश के विकास और लोगों की भलाई के लिए काम कर रही है। सरकारी कंपनियों के माध्यम से वह बाजार को नियंत्रित करती है, रोजगार सृजन करती है, और एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

FAQ

भारत में सबसे बड़ी सरकारी कंपनी कौन सी है?

इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) भारत की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी है। इसका राजस्व लगभग 8.13 लाख करोड़ रुपये है।

भारत में कितने सरकारी संगठन हैं?

भारत में सरकारी संगठनों की प्रमुख भूमिका है। सरकार उन क्षेत्रों में निवेश करती है जहां निजी क्षेत्र निवेश करने में रुचि नहीं लेता है। साथ ही, ऐसे क्षेत्रों में भी निवेश करती है जो भारत के लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

भारत में सबसे धनी पीएसयू कौन सा है?

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) भारत का सबसे बड़ा बैंक है। यह न केवल राजस्व और लाभ के मामले में बल्कि शाखाओं की संख्या के मामले में भी अग्रणी है। यह 1955 में सरकार द्वारा स्थापित किया गया था।

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